Sunday, May 29, 2011

सांवरे तोरे बिन जिया जाए ना..
  सांवरे तोरे बिन जिया जाए ना.. जलूं तेरे प्यार में करूँ इंतज़ार तेरा.. किसी से कहाँ जाए ना... 
  याद तिहारी मोरा मन तडपाए सारी रैना नींद ना आए..
  बिरहाकी मारी देखूं राह निहारें दो नैनों के दीप जलाए..जलूं तेरे प्यार में करूँ इंतज़ार तेरा.. किसी से कहाँ जाए ना... 
  सांवरे तोरे बिन जिया जाए ना..
  डूब चलें मेरी आस के तारें कैसे पहुचूँ पी के द्वारें टूट गएँ सब संग सहारें डोले नैयाँ दूर किनारें..जलूं तेरे प्यार में करूँ इंतज़ार तेरा.. किसी से कहाँ जाए ना... 
  सांवरे तोरे बिन जिया जाए ना..

Wednesday, May 11, 2011

जलवा ब कद्र ए ज़र्फ़ ए नज़र देखते रहे
क्या देखते हम उनको मगर देखते रहे

अपना ही अक्स पेश ए नज़र देखते रहे
आइना रु ब रु था जिधर देखते रहे

उनकी हरीम ए नाज़ कहाँ और हम कहाँ
नक्श ओ निगार ए पर्दा ए दर देखते रहे

ऐसी भी कुछ फ़िराक की रातें गुज़र गयीं
जैसे उन्ही को पेश ए नज़र देखते रहे

हर लहजा शान ए हुस्न बदलती रही जिगर
हर आन हम जहाँ ए दीगर देखते रहे