दिल से दुआ मुझे दे के तो देखो
आज आंसू मेरे गिरा के तो देखो
मेरी परछाई मेरे गम की स्याही
इस अँधेरे को उतार के तो देखो
मस्ती भरे पल मेरे साथ साथ
आज कुछ देर साथ आ के तो देखो
बड़ी बेदर्दी से पला है मुझ में
उस दिल की बात सुन के तो देखो
आज आंसू मेरे गिरा के तो देखो
मेरी परछाई मेरे गम की स्याही
इस अँधेरे को उतार के तो देखो
मस्ती भरे पल मेरे साथ साथ
आज कुछ देर साथ आ के तो देखो
बड़ी बेदर्दी से पला है मुझ में
उस दिल की बात सुन के तो देखो
वह! बहुत खुबसूरत ग़ज़ल| धन्यवाद|
ReplyDeleteधन्यवाद...
ReplyDeleteबड़ी बेदर्दी से पला है मुझ में
ReplyDeleteउस दिल की बात सुन के तो देखो
w a a h !!
धन्यवाद daanish..
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