कब ख्याल आपका नहीं होता
दर्द दिल से जुदा नहीं होता
हाल-ए-दिल किस तरह लिखूं उनको
हाथ दिल से जुदा नहीं होता
दिल ने कुछ उनसे कह दिया होगा
बेवजह वो खफा नहीं होता
वो खफा होते है तो होने दो
वो किसीका खुदा नहीं होता
दर्द दिल से जुदा नहीं होता
हाल-ए-दिल किस तरह लिखूं उनको
हाथ दिल से जुदा नहीं होता
दिल ने कुछ उनसे कह दिया होगा
बेवजह वो खफा नहीं होता
वो खफा होते है तो होने दो
वो किसीका खुदा नहीं होता
ha khajina awadala.....majhyakadhe pan thode collection aahe
ReplyDeletethanks..
Deletemag contribute karnar ka?
nakki :)
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