समंदर को समंदर में सहारा कौन दे गा
मेरे चेहरे को चेहरा कब इनायत कर रहे हो
तुम्हें मेरे सिवा चेहरा तुम्हारा कौन दे गा
मुहब्बत नीला मौसम बन के आ जाएगी इक दिन
गुलाबी तितलियों को फिर सहारा कौन दे गा
मेरी आवाज़ में आवाज़ किस क़ी बोलती है
मेरे गीतों को गीतों का किनारा कौन दे गा
बदन में एक सहरा जल रहा है बुझ रहा है
मेरे दरयाओं को 'कैसर' इशारा कौन दे गा
- कैसर
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