अभी से कैसे कहूँ तुमको बेवफा साहब...
अभी से कैसे कहूँ तुमको बेवफा साहब...
अभी तो अपने सफ़र की है इब्तदा साहब..
न जाने कितने लकब दे रहा है दिल तुमको..
न जाने कितने लकब दे रहा है दिल तुमको..
हुजुर जाने वफ़ा और हम नवाँ साहब..
हुजुर जाने वफ़ा और हम नवाँ साहब..
तुम्हारे याद में तारे शुमार करती हूँ
तुम्हारे याद में तारे शुमार करती हूँ
न जाने ख़त्म कहाँ हो ये सिलसिला साहब..
न जाने ख़त्म कहाँ हो ये सिलसिला साहब..
तुम्हारा चेहरा मेरे अख्स से उबरता है
तुम्हारा चेहरा मेरे अख्स से उबरता है
न जाने कौन बदलता है आयना साहब..
अभी तो अपने सफ़र की है इब्तदा साहब..
अभी से कैसे कहूँ तुमको बेवफा साहब..
अभी से कैसे कहूँ तुमको बेवफा साहब...
अभी तो अपने सफ़र की है इब्तदा साहब..
न जाने कितने लकब दे रहा है दिल तुमको..
न जाने कितने लकब दे रहा है दिल तुमको..
हुजुर जाने वफ़ा और हम नवाँ साहब..
हुजुर जाने वफ़ा और हम नवाँ साहब..
तुम्हारे याद में तारे शुमार करती हूँ
तुम्हारे याद में तारे शुमार करती हूँ
न जाने ख़त्म कहाँ हो ये सिलसिला साहब..
न जाने ख़त्म कहाँ हो ये सिलसिला साहब..
तुम्हारा चेहरा मेरे अख्स से उबरता है
तुम्हारा चेहरा मेरे अख्स से उबरता है
न जाने कौन बदलता है आयना साहब..
अभी तो अपने सफ़र की है इब्तदा साहब..
अभी से कैसे कहूँ तुमको बेवफा साहब..
- इंदिरा वर्मा
Sung By - Rekha Bhardwaj
Music By - Sudeep Banerjee
Sung By - Rekha Bhardwaj
Music By - Sudeep Banerjee
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