सूना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं
सो उस के शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं
सूना है बोल तो बातों से फूल झरते हैं
ये बात है तो चलो बात कर के देखते हैं
सूना है रात उसे चाँद तकता रहता है
सितारे बाम -ए -फलक से उतर के देखते हैं
सूना है दिन को उसे तितलियाँ सताती हैं
सूना है रात को जुगनू ठहर के देखते हैं
सूना है रब्त है उसको खराब हालों से
सो अपने आप को बर्बाद करके देखते हैं
सूना है दर्द की ग़ाहक है चश्म -ए -नाज़ उसकी
सो हम भी उसकी गली से गुज़र कर देखते हैं
अब उसके शहर में ठहरें के कुछ कर जाएँ
"फ़राज़" आओ सितारे सफ़र के देखते हैं
-अहमद फ़राज़
nice
ReplyDeleteसूना है रब्त है उसको खराब हालों से
सो अपने आप को बर्बाद करके देखते हैं
अब उसके शहर में ठहरें के कुछ कर जाएँ
"
सूना है दर्द की ग़ाहक है चश्म -ए -नाज़ उसकी
सो हम भी उसकी गली से गुज़र कर देखते हैं
फ़राज़" आओ सितारे सफ़र के देखते हैं
शुक्रिया..
ReplyDeleteRuke To Gardishen Us Kaa Tavaaf Karti Hain
ReplyDeleteChale To Us Ko Zamaane Thaher Ke Dekhte Hain
(Gardish : Time)
Kise Nasib Ke Be-Pairahan Use Dekhe
Kabhii Kabhi Dar-O-Diivaar Ghar Ke Dekhte Hain
(Be-Pairahan : Without Clothes)
Kahaaniyaan Hi Sahi Sab Mubaalage Hi Sahii
Agar Vo Khvaab Hai Taabiir Kar Ke Dekhte Hain
(Mubaalage : Beyond One’s Limits)
Ab Us Ke Shahar Men Thaharen Ki Kuch Kar Jaayen
“Faraz” Aao Sitaare Safar Ke Dekhte Hain
Thanks..
Deleteआप आए हैं जहाँ में इस कदर
आपकी सफरे-ग़ज़ल सुनके देखते है..